शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2015

रविन्‍द्रनाथ टैगोर की कहानी - काबुलीवाला

महान साहित्‍यकार रविन्‍द्रनाथ्‍ा टैगार की कहानी काबुलीवाला एक मर्मस्‍पर्शी कहानी है। परदेस में रहते हुए अपनों से दूर होना और खास करके अपनी प्‍यारी बिटिया से दूर होने का दुख इस कहानी में सजीव हो उठा है।

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