मंगलवार, 5 जनवरी 2016

हारे नहीं है हम अभी - 1

जिसने कभी रोशनी से साक्षात्‍कार नहीं किया, वह एक प्राध्‍यापक भी हो सकता है। इसके अलावा वो पी.एच-डी. भी कर सकता है और वह भी गिरीश कर्नाड के नाटकों पर। ऐसे शख्‍स को भला आप क्‍या कहेंगे? डॉ. रोहित त्रिवेदी ही वह शख्‍स हैं, जिन्‍होंने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो सक्षम लोग भी मुश्‍ि कल से कर पाते हैं। वे आज के युवाओं की प्रेरणा हैं। जानिए उन्‍हीं के बारे में...

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