बुधवार, 1 जून 2016

एन. रघुरामन - जीने की कला - 7

लेख का अंश... कुछ भी नामुमकिन नहीं, सिर्फ आग धधकती रहनी चाहिए... यदि आप किसी चीज को प्राप्त करने के लिए दिल से ख्वाइश रखते हैं और उसके लिए पुरजोर कोशिश करते हैं, तो स्थतियाँ भी धीरे-धीरे अनुकूल होने लगती है और आप उस मुकाम को हासिल करने में स्वयं को काबिल बना ही लेते हैं। हमारे भीतर की आग ही हमें कुछ प्राप्त करने के लिए क्षण-क्षण प्रेरित करती है। जब तक जोश है, जुनून है, हमारे भीतर की चाहत हैं, हम हर प्रयास में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। बस अपने भीतर की आग को ठंडा न होने दें। उसे हर क्षण जलाए रखें और उसकी तपिश के उजालों से अपनी मंजिल तक जाने का मार्ग खोजते रहें... कुछ ऐसी ही प्रेरणास्पद बातों से भरा है यह ऑडियो... जिसमें एन.रधुरामन दे रहे हैं जीवन जीने का एक नया मंत्र...

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