बुधवार, 19 अक्तूबर 2016

बाल कविताएँ - महादेवी वर्मा

कविता का अंश... मेह बरसने वाला है, मेरी खिड़की में आ जा तितली। बाहर जब पर होंगे गीले, धुल जाएँगे रंग सजीले, झड़ जाएगा फूल, न तुझको बचा सकेगा छोटी तितली, खिड़की में तू आ जा तितली! नन्हे तुझे पकड़ पाएगा, डिब्बी में रख ले जाएगा, फिर किताब में चिपकाएगा, मर जाएगी तब तू तितली, खिड़की में तू छिप जा तितली। ऐसी ही अन्य बाल कविताओं का आनंद ऑडियो की मदद से लीजिए...

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