tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post1160590360165108273..comments2023-11-05T14:33:52.361+05:30Comments on संवेदनाओं के पंख / दिव्य-दृष्टि: क्यों होता है सरकारीतंत्र लचर और लाचारDr. Mahesh Parimalhttp://www.blogger.com/profile/11819554031134854400noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-90965349159710495792010-04-19T16:09:08.325+05:302010-04-19T16:09:08.325+05:30आपने एकदम सच कहा है । जबतक समस्या का जड़ नहीं मिटे...आपने एकदम सच कहा है । जबतक समस्या का जड़ नहीं मिटेगा, तब तक समस्या का निबारण नहीं होगा । पर इसके लिए ज़रूरी है मानसिकता बदलना....क्या यह हो सकता है ? मानव मन से लोभ को मिटा पाना क्या इतना आसान है ? जो काम सदियों की शिक्षा और संस्कार नहीं कर पाया क्या वो अब हो पायेगा ? और फिर समस्या अब इतनी भयानक रूप धारण कर चुकी है कि तत्काल प्रभाव के लिए कठोर कदम उठाने कि ज़रुरत है । आपने जो कहा है वो भी ज़रूरी है ।Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-16376276899434773252010-04-19T13:42:49.239+05:302010-04-19T13:42:49.239+05:30विचारणीय लेख.......विचारणीय लेख.......anuradha srivastavhttps://www.blogger.com/profile/15152294502770313523noreply@blogger.com