tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post1786839519986219205..comments2023-11-05T14:33:52.361+05:30Comments on संवेदनाओं के पंख / दिव्य-दृष्टि: .........एक गुजारिश शिवराज सेDr. Mahesh Parimalhttp://www.blogger.com/profile/11819554031134854400noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-25514268537430309512009-11-13T13:03:52.556+05:302009-11-13T13:03:52.556+05:30वाह सर,
वाकई तारीफे काबिल है आपका लेख , लेकिन कौन ...वाह सर,<br />वाकई तारीफे काबिल है आपका लेख , लेकिन कौन सुनता है आपकी बात, किसको समय है इन सच्चाई को स्वीकारने की, समय भी हो तो हिम्मत किसकी है की इन हकीकत को स्वीकार सके।Soumitro Bhttps://www.blogger.com/profile/15127422865900015379noreply@blogger.com