tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post5648917504183833886..comments2023-11-05T14:33:52.361+05:30Comments on संवेदनाओं के पंख / दिव्य-दृष्टि: असुरक्षित सीमाओं पर फैला आतंकवादDr. Mahesh Parimalhttp://www.blogger.com/profile/11819554031134854400noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-30692009107772735282009-10-20T19:51:36.128+05:302009-10-20T19:51:36.128+05:30हम अपने आतंरिक आतंकवाद को उपेक्षित कर बढाते रहे, व...हम अपने आतंरिक आतंकवाद को उपेक्षित कर बढाते रहे, वही अब देश को चैलेन्ज कर रहे हैं. ऊपर से तुर्रा यह कि मानवाधिकार के नाम पर इनके समर्थक भी हैं . आतंकवादिओं का मानवाधिकार बाकी सब को कोई अधिकार नहीं ? सरकार को तो इन लोगों को देशद्रोही घोषित कर देना चाहिए . जो देश को तोड़ने में लगे हैं उनके समर्थकों को और क्या कहा जा सकता है . पता नहीं हमारी सरकार चीन से क्यों डरती है ? उसका मकसद भी धीरे धीरे सामने आ रहा है उसने तो कश्मीर को अलग ही देश दिखा दिया . सिर्फ विरोध जताने से काम नहीं चलेगा अगर चीन गलत वीसा जारी कर रहा है तो ऐसे वीसाधारियों को रोका जाना चाहिए .डॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.com