tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post567749937165071252..comments2023-11-05T14:33:52.361+05:30Comments on संवेदनाओं के पंख / दिव्य-दृष्टि: चुभती निगाहों में कैद मासूमDr. Mahesh Parimalhttp://www.blogger.com/profile/11819554031134854400noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-54685852733745965022008-11-20T21:41:00.000+05:302008-11-20T21:41:00.000+05:30उचित यौन शिक्षा ही बच्चों को विपथगामी होने से बचा ...उचित यौन शिक्षा ही बच्चों को विपथगामी होने से बचा सकती है। इस के लिए उस का कोई मार्ग तो तलाशना ही होगा। यौन शिक्षा के लिए उचित शिक्षकों की व्यवस्था तो करनी ही होगी। <BR/>मेरा सुझाव है कि यौन शिक्षा के लिए माता-पिता ही सर्वोत्तम हैं। हाँ उन्हें अपने बच्चों को यौन शिक्षा देने के लिए विशेष रुप से शिक्षित करने की योजना और व्यवस्था होनी चाहिए।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com