tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post8719532760879506138..comments2023-11-05T14:33:52.361+05:30Comments on संवेदनाओं के पंख / दिव्य-दृष्टि: क्या आपको लगता है कि मीडिया का एक खास वर्ग हिंदुत्व का विरोधी है? Dr. Mahesh Parimalhttp://www.blogger.com/profile/11819554031134854400noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-5690788429714419692009-08-07T18:53:24.479+05:302009-08-07T18:53:24.479+05:30सही कहा ...... वैदिक धर्म से लोगो एक और समस्या है ...सही कहा ...... वैदिक धर्म से लोगो एक और समस्या है ? चुकी ये एक प्राचीन पर सरल धर्म है इस लिए लोगो ने इसे महत्व नहीं दिया | उदाहरन के तौर पे, इसलाम में "गैर इस्लामी लोगो को काफिर - हैय दृष्टि से देखा जाता है , उनको मर डालने का प्रविशन है या फिर इसलाम मानाने लगे ऐसा कारन पैदा करने का आदेश है " और क्रिस्टियन धर्म में मारने के अलावा बाकि आदेश वही है | वैदिक धर्म जबकि जबरजस्त का धर्म नहीं है इसी हिन्दुओ ने कभी conversion की बात नहीं की, उनको कभी number नहीं बढ़ाना था उनका उदेश्य प्रकृति और इस्वर को समझना था, मनुष्य को एक आच्हा जीवन देना था | इसी लिए उन्होंने व्याकरण , चिकित्सश्स्त्र , युद्घ कलाए - स्वयं की रक्षा के लिए, ज्योतिष, गणित, नीतिशास्त्र और अर्थशास्त्र इत्यादि की रचनाये की | कभी किसी धर्म ने इतना किया ? हाँ, अरब/ यूरोपीय लोग गणित और अंग्रेज ने यहाँ से हिस्ट्री की रचना की, चीनियों ने सभ्यता सीखी (यहाँ की इतनी दें है की क्या बताएं ) | आज भी ये क्रम जरी है ? जा के अमेरिका, ब्रिटेन, अरब देश, ऑस्ट्रेलिया में देखे मुख्या सारे काम जिनमें भी बुद्दी और कठोर श्रम की आव्यशकता है वो सारे काम हिन्दू ही कर रहे है (अपने देश में मौके - ठीक से नहीं दिए जाते सारे मस्जिद या क्रिस्टेन चर्च बनाने या इनसे जगड़ने/ बचने में खर्च हो जाते है, शिक्षा और चिकित्सा की दुर्व्यवस्था है जब से इन लोगो ने इस धरती पे कदम रखा है )Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-59426354627827738632009-08-07T17:19:12.641+05:302009-08-07T17:19:12.641+05:30क्या पीएचडी का शोध प्रबंध है?
{ Treasurer-T & ...क्या पीएचडी का शोध प्रबंध है?<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">{ Treasurer-T </a><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">& S }</a>Arshia Alihttps://www.blogger.com/profile/14818017885986099482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-44790987052713848262009-08-07T14:24:23.749+05:302009-08-07T14:24:23.749+05:30सुरेश जी से गुजारिश है कि इस तरह की पोस्टों से या ...सुरेश जी से गुजारिश है कि इस तरह की पोस्टों से या मैं तो कहता हूँ कि अपनी सभी पोस्टों से वे कापीराइट हटा दें क्योंकि उन विचारों का प्रचार- प्रसार उनके श्रेय से ज्यादा महत्त्वपूर्ण है.निशाचरhttps://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-10613521961055226022009-08-07T12:45:26.338+05:302009-08-07T12:45:26.338+05:30कम से कम साभार तो लिख देते। ब्लॉग जगत में इसकी पहल...कम से कम साभार तो लिख देते। ब्लॉग जगत में इसकी पहले ही काफी चरचा हो चुकी है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-82372632809513028392009-08-07T11:40:17.910+05:302009-08-07T11:40:17.910+05:30मैंने कतई बुरा नहीं माना… इसे देखिये…
http://sure...मैंने कतई बुरा नहीं माना… इसे देखिये…<br /><br />http://sureshchiplunkar.blogspot.com/2009/08/why-indian-media-is-anti-hindutva.htmlAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-42778510194723170592009-08-06T21:37:43.165+05:302009-08-06T21:37:43.165+05:30एक तबका ही नही पूरा मीडिया हीएक तबका ही नही पूरा मीडिया हीPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-89602834312110622702009-08-06T20:21:45.670+05:302009-08-06T20:21:45.670+05:30अंकल ऐसा नही की सब हिंदू विरोधी है पर ये रिश्ते दे...अंकल ऐसा नही की सब हिंदू विरोधी है पर ये रिश्ते देख बहुत सारी बातें पता चलती है .गठजोड़ ओर मीडिया का दबदबा आज के ज़माने में कितना है ओर कितनी इम्पोर्टेंस है.एक्साम में अगर कोई रिश्तेदार हो तो किसी टीचर को एक्साम्नर नही बनाते है .फ़िर मीडिया जैसे चाहे ख़बर पेश कर साकता है ,दबा सकता है .मीडिया के लोग नेताओं को कोसते है की वे अपने परिवार को आगे ले जा रहे है .फ़िर पत्रकार क्यों अपनी बहन ,बीवियों को बढ़ावा दे रहे है नए नए चैनल खोलकर .नटखट बच्चाhttps://www.blogger.com/profile/02706148313477513113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-3302879030335977872009-08-06T20:13:48.508+05:302009-08-06T20:13:48.508+05:30बिल्कुल यही चीज मैं सुरेश जी के ब्लोग पर कुछ दिन प...बिल्कुल यही चीज मैं सुरेश जी के ब्लोग पर कुछ दिन पहले पढ़ चुका हूं. अच्छी कलई खोली है.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-50030310374637617632009-08-06T19:48:38.070+05:302009-08-06T19:48:38.070+05:30महेशजी बहुत गहरा शोध किया है आपने। सवाल सही उठाए ह...महेशजी बहुत गहरा शोध किया है आपने। सवाल सही उठाए हैंBatangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.com