tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post3224586527154929930..comments2023-11-05T14:33:52.361+05:30Comments on संवेदनाओं के पंख / दिव्य-दृष्टि: कब तक छलोगे राम कोDr. Mahesh Parimalhttp://www.blogger.com/profile/11819554031134854400noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-5344785939957138482009-04-03T18:01:00.000+05:302009-04-03T18:01:00.000+05:30केंद्र में भाजपा और उसके सहयोगियों की ऐसी सरकार थी...केंद्र में भाजपा और उसके सहयोगियों की ऐसी सरकार थी जो कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर चलनी थी और जाहिर था कि इसमें भाजपा और सहयोगी दलों को अपने विवादास्पद मुद्दों को छोड़ना पड़ा। ऐसे में आपका यह आलेख सच्चाई से दूर ही लगता है।अक्षत विचारhttps://www.blogger.com/profile/16381420919782121467noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-7405034463083411592009-04-03T16:47:00.000+05:302009-04-03T16:47:00.000+05:30सही है ... जनता के साथ ही साथ भगवान भी छले ही जा र...सही है ... जनता के साथ ही साथ भगवान भी छले ही जा रहे हैं।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.com