tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post7941422534368018093..comments2023-11-05T14:33:52.361+05:30Comments on संवेदनाओं के पंख / दिव्य-दृष्टि: देश भर में चेक बाउंसिंग के 38 लाख मामले लटकेDr. Mahesh Parimalhttp://www.blogger.com/profile/11819554031134854400noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-62255601205761145982009-12-05T12:45:44.563+05:302009-12-05T12:45:44.563+05:30सरकार पहले ही जितने मुकदमे थे उन के लिए पर्याप्त अ...सरकार पहले ही जितने मुकदमे थे उन के लिए पर्याप्त अदालतें नहीं दे सकती थी। पर अंतर्राष्ट्रीय दबावों के चलते उन्हें चैक बाउंस को अपराध घोषित करना पड़ा। नतीजा आप देख ही रहे हैं। दिल्ली की अदालतों में कुल फौजदारी मुकदमों के 60 प्रतिशत से अधिक मामले चैक बाउंस के हैं। <br />अभी हमारे देश की व्यवस्था इस काबिल नहीं कि चैक बाउंस जैसे पैसे के लेन-देन के मामलों को अपराध घोषित किया जाता। <br />@ काजल कुमार जी,<br />इस में वकीलों का क्या दोष है। उन्हें तारीख मिलेगी तो क्यों न लेंगे? अदालत क्यों देती है? एक अदालत के पास पाँच-पाँच अदालतों जितने मुकदमे हैं। एक अदालत में पन्द्रह से बीस मुकदमों से अधिक रोज सुनवाई के लिए नहीं लगने चाहिए। लेकिन मजबूरी में सौ लगते हैं। उन में से अस्सी को तो बदलना ही है। अब ऐसे में रीडर, बाबू मौज ना करेंगे तो क्या करेंगे? मूल व्यवस्था में दोष या कमी हो तो उस पर निर्भर रहने वाले उस का लाभ क्यों नहीं उठाएंगे। सत्यवादी हरिश्चंद्र लाखों में कोई एकाध होता होगा।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-25741046925348500472009-12-05T12:32:37.627+05:302009-12-05T12:32:37.627+05:30अंग्रज़ों ने एक सिस्टम बनाया ...
भारतीयों पर बिल्क...अंग्रज़ों ने एक सिस्टम बनाया ...<br />भारतीयों पर बिल्कुल भरोसा न करो..<br />सो उन्होंने भारतीयों के लिए कानून बनाए...<br />कागज़ो में सबकुछ एक दम दुरूस्त हो तो ठीक वर्ना ग़लत<br />...आज वही ढो रहे हैं हम. जज साहब को दीखता है कि सही क्या है पर कानून के आंख तो पट्टी है..वकील बाबू तारीखे लेते रहते हैं जो उन्हें principle of natural justice के नाम पर मिलती भी रहती हैं...केसों का अंबार तो लगवै इ करी...Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.com