tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post8745940553236689116..comments2023-11-05T14:33:52.361+05:30Comments on संवेदनाओं के पंख / दिव्य-दृष्टि: खुशियाँ मनाओ, हम खुश खुशमिजाज हैंDr. Mahesh Parimalhttp://www.blogger.com/profile/11819554031134854400noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3095988659802522890.post-15206686978947880312008-07-23T13:19:00.000+05:302008-07-23T13:19:00.000+05:30बहुत अच्छा विश्लेषण प्रस्तुत किया है आपने...मैंने ...बहुत अच्छा विश्लेषण प्रस्तुत किया है आपने...मैंने भी कहीं पढ़ा था की भारत के लोग तुलनात्मक रूप से ज्यादा सुखी हैं! खुशियों का अमीरी गरीबी से कोई लेना देना नहीं है! ये तो हमारे ऊपर निर्भर करता है की हम में कठिन परिस्थितियों में भी ख़ुशी ढूढ़ लेने की क्षमता है या नहीं!pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.com