शनिवार, 13 सितंबर 2014

सौंदर्य का पसरता बाजार

डॉ. महेश परिमल
इस समय वॉलीवुड अभिनेत्रियां सुर्खियों में हैं। चकाचौंध भरी मायानगरी का खतरनाक सच यही है कि यहां कुछ भी स्थायी नहीं है। हर सुंदर चेहरा कहीं न कहीं मजबूर है। रुपया जहां पानी की तरह बहता है, पर सुंदरता की इस नदी में सब कुछ स्वाहा होने में भी वक्त नहीं लगता। मायानगरी का सच यही है कि जो दिख रहा है, वह सच नहीं है। जो सच है, उसे देखने की हिम्मत होनी चाहिए। सपने दिखाने वाली इस मायानगरी में हर रोज लाखों सपने टूटते हैं। वास्तव में यह नगरी सपनों तो तोड़ने वाली नगरी है। यहां के लोगों की आंखों में जो सपने पलते हैं, यह आवश्यक नहीं है कि वे पूरे भी होते हैं। अपनी आंखों में सुनहरे भविष्य का सपना लेकर यहां रोज ही हजारों लोग आते हैं। पर जिनका सपना सच होता है, वे उंगलियों में गिने जा सकते हैं। जिनके सपने पूरे नहीं होते, वे रोजी-रोटी के लिए कुछ और व्यवसाय से जुड़ जाते हैं। पर जो युवतियां होती हैं, उनके पास अधिक विकल्प नहीं होता और वे सेक्स रेकेट में शामिल हो जाती हैं। यह एक ऐसा व्यवसाय है, जिसमें कभी मंदी नहीं आती। हमेशा चलने वाला यह व्यवसाय विश्व का पहला व्यवसाय है। बरसों से चल रहा है, इस पर अंकुश भले ही लगाया जा सकता हो, पर इसे बंद कदापि नहीं किया जा सकता।
तेलुगु फिल्मों की जानी-मानी अभिनेत्री श्वेता बसु को वेश्यावृत्ति के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनके साथ कई व्यापारी भी गिरफ्तार किए गए हैं। हैदराबाद पुलिस ने श्वेता पर एक बड़े सेक्स रैकेट में शामिल होने का आरोप लगाया है। 23 साल की श्वेता ने विशाल भारद्वाज की चर्चित फिल्म मकड़ी में बाल कलाकार की हैसियत से काम किया था। इस फिल्म के लिए उन्हें 2002 में सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था। बाद में उन्होंने एक और चर्चित हिंदी फिल्म इकबाल में भी काम किया। इसके अलावा उन्होंने टीवी धारावाहिक कहानी घर-घर की और करिश्मा का करिश्मा में भी काम किया। श्वेता पिछले कुछ समय से हैदराबाद में रहकर तेलुगु फिल्मों में काम कर रही थीं। गिरफ्तारी के बाद श्वेता ने एक बयान जारी कर सफाई दी है कि उनके पास पैसे नहीं थे और परिवार को सहारा देने के लिए उन्होंने मजबूरी में इस पेशे में कदम रखा। श्वेता के मुताबिक उनके लिए सारे रास्ते बंद हो गए थे और वह असहाय थीं। उन्होंने कहा है कि मेरी जैसी स्थिति अन्य अभिनेत्रियों की भी है।  इस खबर ने सुनहरे पर्दे के पीछे छिपी वो काली हकीकत बयां कर दी जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते थे। ऐसा नहीं है कि यह पहला ऐसा मामला है जिसमें एक मशहूर अभिनेत्री को सेक्स रैकेट में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया हो। ऐसे कई किस्से और कहानियां मौजूद हैं जिसमें तमाम ऐसी अभिनेत्रियों को इस गंदे धंधे में पकड़ा गया है। हालांकि श्वेता बसु प्रसाद जैसी अभिनेत्री का इस धंधे में पकड़ा जाना हैरान और परेशान कर देने वाली खबर है, लेकिन इस चकाचौध भरी इस दुनिया के परदे के पीछे की काली हकीकत शायद यहीं है। इस सूची में सबसे पहला नाम आता है लोकप्रिय तमिल अभिनेत्री भुवनेश्वरी का। भुवनेश्वरी को वेश्यावृत्ति में उनकी कथित संलिप्तता के लिए दो अन्य युवा मॉडलों के साथ चेन्नई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अक्टूबर 2009 में अभिनेत्री भुवनेश्वरी के पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी की इनके घर रात-रात में लोगों का आना जाना लगा रहता है। पुलिस ने नकली ग्राहक बनाकर उसके घर भेजा जहां कमरे में पहले से दो अन्य मॉडल मौजूद थीं। इसके बाद पुलिस ने छापा मारकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में पता चाला कि तमिल अभिनेत्री भुवनेश्वरी अपने इस सेक्स रैकेट में कॉलीवुड और टॉलीवुड की अभिनेत्रियों को शामिल कर रखा था। भुवनेश्वरी को बोल्ड और ग्लैमरस भूमिकाओं के लिए जाना जाता था। उसने कई फिल्में समेत धारावाहिकों में भी अभिनय किया है। तमिल की ही एक और अभिनेत्री ऐश अंसारी को जोधपुर पुलिस ने एस्कॉर्ट सर्विस की आड़ में एक सेक्स रैकेट को चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया। नवंबर 2013 में ऐश अंसारी को उसके तीन पुरुष साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया।  पुलिस को जांच में पता चला कि अभिनेत्री ऐश अंसारी कथित तौर पर देश भर के प्रमुख शहरों में ग्राहकों के लिए सेक्स सेवाओं की पेशकश करती थी। इंटरनेट के माध्यम से उसका सेक्स कारोबार संचालित होता था। अभिनेत्री ऐश अंसारी शाहरुख खान के साथ भी काम कर चुकी हैं। फिल्म ‘ओम शांति ओम’ और ‘चलते-चलते’ में काम किया था। पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर जोधपुर के होटल में ऐश और उसके पुरुष साथियों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान श्रवण चौहान, सुनील और गौरव के रूप में की गई है, जो उसे ग्राहक लाकर देते थे और इसमें वह विदेशी मॉडलों का इस्तोमाल करती थी। कुछ दिन पहले एक फिल्म आई थी ‘लाइफ की तो लग गई’। इसी फिल्म से बॉलीवुड में करियर की शुरुआत करने वाली बंगाली अभिनेत्री मिष्टी मुखर्जी को मुंबई पुलिस ने जिस्मफरोशी के आरोप में पकड़ा। पुलिस के छापे में मिष्टी दिल्ली के एक फैशन डिजाइनर राकेश कटोरिया के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ी गईं। ओशिवरा स्थित मीरा टावर की 15वीं मंजिल पर स्थित उनके आलीशान फ्लैट से अश्लील फिल्मों की करीब एक लाख सीडी और डीवीडी भी बरामद हुई थी। पुलिस ने मिष्टी के पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया, क्योकि मिष्टी के इस धंधे में उसका पूरा परिवार शामिल था। मीरा टावर में करीब 70 आईएएस और आईपीएस अफसरों के फ्लैट हैं। यह बिल्डिंग पहले भी हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट को लेकर सुर्खियों में रही है। पुलिस को सूचना मिली थी कि मीरा टावर के फ्लैट नंबर 1502 से सैक्स रैकेट का धंधा चलाया जा रहा है। जब पुलिस ने दबिश दी तो मिष्टी और कटोरिया आपत्तिजनक हालत में मिले। इसी कड़ी में एक और लोकप्रिय अभिनेत्री यमुना का नाम आता है जिसे जनवरी, 2011 में बंगलौर में विट्ठल माल्या रोड पर स्थित आईटीसी रॉयल गार्डेनिया में एक सेक्स रैकेट में उसकी कथित संलिप्तता के मामले में गिरफ्तार किया गया। अभिनेत्री यमुना के ग्राहक मुंबई और दिल्ली से यहां के फाइव स्टार होटल में आते थे और उसके साथ-साथ कई अन्य मॉजलों के साथ रातें रंगीन करते थे। केंद्रीय अपराध शाखा ने इस छापे में आठ लड़कियों और ग्राहक नंदकुमार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने वहां से दो कारों को जब्त किया, जिसमें भारी मात्रा में रुपए भी थे। वह रूपए अभिनेत्री को भुगतान के लिए देना था।तेलुगू धारावाहिकों की मशहूर हिरोइन श्रवनी को अक्टूबर 2013 में एक हाइप्रोफाइल सेक्स रैकेट में रंगे हाथों पकड़ा गया था। विशेष आपरेशन टास्क फोर्स ने मकान नंबर 203 पर छापा मारा और श्रवनी को जयराज स्टील कंपनी के मालिक संजन कुमार गोयनका के साथ रंगे हाथों पकड़ा। टास्क फोर्स ने उनके पास से लगभग 2 लाख रूपए भी जब्त कर लिया। वहीं, तेलुगू अभिनेत्री सायरा बानो और ज्योति को एक सेक्स रैकेट में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था। 23 अगस्त 2010 को, हैदराबाद पुलिस ने स्प्रिंग स्वर्ग अपार्टमेंट में इस रैकेट का भंडाफोड़ किया।
ये तो हकीकत का एक पहलू है। इसके पीछे की सच्चई यही है कि मायानगरी में सपने दिखाने वाले लोग पहले अपने ग्राहक को नशे का आदी बनाते हैं। जब वह पूरी तरह से नशे की गिरफ्त में आ जाता है, तो उससे कई तरह के गलत काम करवाए जाते हैं, बदले में उसे मिलती है नशे की पुड़िया। जिसके लिए वह कुछ भी करने को तैयार रहता है। नशे की इस पुड़िया में कुछ ऐसा होता है कि इंसान अपना विवेक खो बैठता है। उसे भले ही भोजन न मिले, चल जाएगा, पर नशे की पुड़िया के लिए वह कुछ भी कर सकता है। यहीं से शुरू होता है अपराध की दुनिया का पहला कदम। देश-विदेश के मॉडलिंग के लिए आने वाली युवतियां कुछ ही महीनों में कॉलगर्ल बन जाती हैं। इसका उन्हें पता ही नहीं चलता। हमारे देश में नशीले पदार्थो का सेवन सबसे अधिक मायानगरी में ही होता है। फैशन डिजाइनिंग और मॉडलिंग के धंधे में युवतियां आती तो हैं, पर उससे बाहर जा नहीं पातीं। उनके सौंदर्य का भरपूर उपयोग किया जाता है। बाद में उसे गंदी नाली का कीड़ा समझकर फेंक दिया जाता है। तब तक काफी देर हो चुकी होती है। उसके पास शरीर बेचने और आत्महत्या के सिवाय दूसरा कोई रास्ता नहीं बचता।
आज बदलते सामाजिक मूल्यों के कारण जीवन काफी संघर्षपूर्ण हो गया है। रोजी-रोटी की समस्या के आगे सारी समस्याएं गौण हो जाती हैं। इसके अलावा आजकल लोगों में एक नई तरह की भूख दिखाई देने लगी है। वह है कामयाबी की भूख। कामयाब होने के लिए आज हर कोई कुछ भी करने को तैयार है।  कामयाबी आज एक नशे की तरह हो गई है। जो कामयाब हो गया, वह उससे बड़ी कामयाबी की तलाश में निकल पड़ता है, पर जो नाकामयाब हुआ, वह कहीं का नहीं रह पाता। यह नाकामयाबी उसे कोई नया रास्ता नहीं दिखा पाती। उस समय कोई शिक्षा काम नहीं आती। नाकामयाबी अपना काम कर जाती है। इंसान निराश के गर्त में डूब जाता है। नाकामयाबी से कामयाबी को खोज पाना बहुत मुश्किल है। इसलिए लोग केवल कामयाब होना जानते हैं, दूसरे लोग भी कामयाब लोगों को ही पसंद करते हैं। इसीलिए कामयाब के पास काम की कमी नहीं होती, पर नाकामयाब किंतु अपने क्षेत्र में महारत हासिल करने वाला इंसान फाके मस्ती में जीने को मजबूर है। आज समाज बदल रहा है। इसलिए जीने के तरीके भी बदल रहे हैं। पहले का कोई नुस्खा काम नहीं आ रहा है। यह एक ऐसी सच्चई है, जिसे चाहकर भी कोई स्वीकारना नहीं चाहता। इसलिए अब नए-नए तरह के अपराध बढ़ रहे हैं। सुंदर अभिनेत्रियों का सेक्स रेकेट में शामिल होना इस बात का परिचायक है कि सौंदर्य की हर जगह पूजा होती है। पर आज सौंदर्य का यह बाजार ऐसे पसर रहा है, जो कई तरह के अपराधों को जन्म दे रहा है।
डॉ. महेश परिमल

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