बुधवार, 21 जुलाई 2010

क्या खा रहे हैं सब्जी या जहर


नीमा अस्थाना
हाय ये क्या लौकी के रस में जहर? 23 जून 2010 को यह हादसा सुशील सक्सेना 59 वर्ष काऊंसिल फार सांइटिफिक इंडस्ट्रियल रिसर्च के वैज्ञानिक व उपसचिव के साथ हुआ , लौकी का जूस पीने से श्री सक्सेना की मृत्यु हो गई कारण एंडोस्कोपी रिर्पोर्ट से पता चला। किसी डॉक्टर ने सब्जियों का रस सेवन करने की सलाह नही दी थी । टीवी पर प्रसारित बाबा रामदेव के कार्यक्रम से प्रभावित होकर सुशील सक्सेना व उनकी पत्नी नीरज चार साल से लौकी व करेले का जूस रोजाना सूबह पी रहे थे दोनो मधुमेह के मरीज थे। जूस पीने के बाद दोनो को खून की उल्टियां हुई । किसी तरह श्रीमती सक्सेना बच गई क्योंकि उन्होने जूस की केवल 150 मिली ली थी जबकि श्री सुशील सक्सेना जी ने 250 मिली की मात्रा ली थी लौकी खीरा कददु तरबुज जहरीले साबित हो सकते है यदि वे कड़वे लगे । क्योकि इसमे ट्रेटासायक्लिक ट्राइटर पिनाइड क्युकरबिटेशिन यौगिक पाया जाता है। जो सब्जियों मे कड़वाहट के लिए जिम्मेदार है।
लौकी खीरा कददु तरबुज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। यदि कड़वी हो तो इसका सेवन जानलेवा साबित हो सकता है । वनस्पति शास्त्र में यह कुकुरबिटेसी खानदान में आती है। कुकुरबिटेसी खानदान के फल कांप्लैक्स यौगिक बनाते है। इस घटना से हमें यह समझना चाहिए कुछ भी वनस्पति पेड़ पौधे से जुड़ा हानिकारक नही हो सकता । सबसे ज्यादा कुकरबिटेसी खानदान की सब्जिया फल ज्यादा तापमान कम पानी मिटटी की कम उपजता के कारण अनेक रसायन बनाते है। कड़वे फल खाने से शरीर के सभी अंग काम करना बंद कर देते है गलत तरीके से सब्जियों के रखरखाव से जहरीले रसायन बन जाते है जिससे लीवर में सूजन, पैनक्रियाज, गाल ब्लैडर, किडनी यह रक्त मे घुल जाते है ।
आजकल शहरों में तमाम रसायानें की सहायता से संरक्षित की हुई बेमौसम की जो सब्जियां खाते है वे पथरी ,अलसर डायबिटीज, थॉयीराइड, पाइल्स आदि बीमारियों को जन्म दे सकती है । गोभी गर्मी के मौसम की सब्जी नही है लेकिन हम और आप गर्मी के मौसम में गौभी मटर की सब्जी खाते है तो गैस कब्ज और अन्य बीमारियां तो होगी ही ।
हरियाली और बढे अकार का सच : सब्जियों के खेत की सिचांई प्रदुषित जल से की जाती है जिसमें अनेकों जहरीले पदार्थ पौधौ द्वारा अवशोषित होते है जहरीले रसायनों से भरी है सब्जियां रोजाना हम 0 5 मिलीग्राम जहर ले रहे है । परवल को रंगा जा रहा है। सब्जी के आकार को जल्दी बढ़ा करने के लिए उसमें ऑक्सीटॉक्सिन का इंजेक्शन लगाया जाता है । यह प्रयोग बेल वाली सब्जियों पर सबसे ज्यादा किया जाता है इस से सब्जियों की लंबाई चौड़ाई जल्दी बढ़ जाती है और किसान ज्यादा मुनाफा कमाते है। बासी सब्जियों को मेलाथियान के घोल मे दस मिनट तक डाला जाता है। ताकि सब्जी 24 घंटे तक तक ताजा रहे। इसका प्रयोग भिंडी,गोभी, मिर्च, परवल लौकी परवल पत्ता गोभी पर किया जाता है।
भारतीय मृदाविज्ञान संस्थान नबीबाग भोपाल में वैज्ञानिक डॉ. अजय श्रीवास्तव बाजार की सब्जियां नहीं खाते वे अपने किचन हर्बल गार्डन में उगाई सब्जियां खाते है। उन्हें बाजार की किसी भी सब्जी पर भरोसा नहीं। इनका कहना है खाद्य एवं प्रशासन विभाग को स्वयं मार्केट में जा कर सब्जियों के नमुने लेने चाहिए बाजार मे क्या बिक रहा है । स्वास्थ्य अधिकारियों को भी समय समय पर सब्जियों की जांच करना चाहिए ।

हमें अपनी सुरक्षा स्वयं करनी होगी
1. ऐसी सब्जियां न खाये जिन्हें औद्योगिक या नाले की पानी से सींचा गया हो ।
2. अत्याधिक खादे कीटनाशक रसायनों का प्रयोग सब्जियों को जहरीला बनाता है लोगों को पेट की बीमारियां होती है ।
3. तीसरी दुनिया की यह सबसे बड़ी समस्या है जहरीले फल सब्जियां आम आदमी को बेची जाती है लोग जानते हुए भी इन्हें खरीदते है ।
4. सब्जियां खरीदते समय उनहें सूंघ ले पाऊडर या केमिकल की खूशबू आ रही हो तो सब्जी में रसायन का प्रयोग हुआ है ।
5. हरी सब्जी को हाथ से रगड़ कर देखे अगर रंग छुट रहा है तो समझ ले रंग का प्रयोग हुआ है ।
6. सब्जी पकते समय ज्यादा समय ले तो समझे यह केमिकल के प्रयोग से हो रहा है।
7. सब्जी को अच्छे से धोए काटते समय चख कर देखे कहीं कड़वी तो नही खुले में रखे यदि हल्की काली पड़ जाए तो समझ लीजिए रसायन का प्रयोग हुआ है ।
नीमा अस्थाना

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