सोमवार, 27 अक्तूबर 2008
ऎसे मनाएँ दीपावली
डॉ महेश परिमल
साथियो,
दीपावली दीपों का त्योहार। पावन विचारों के साथ स्नेह बिखेरने का जगमगाता त्योहार। दीपपर्व पर माटी की सौंधी महक के साथ स्नेह की बाती में भीगा दीया जब जलता है, तो चारों ओर हर्ष और उल्लास फैल जाता है। रिश्तों की लौ इस रोशनी में दीपोत्सवी का रूप धारण कर लेती है। कृष्ण अमावस की रात हर ऑंगन में जगमगाता दीप अंधेरे से होड़ लेता है और विजय पथ की ओर अग्रसर होता है। हम सभी को इस दीप से प्रेरणा लेनी चाहिए और जीवन-पथ को आलोकित करना चाहिए क्योंकि हर घर-आंगन में जलता दीप यही कहता है-
अंधकार गहरा हो, मंजिल पर पहरा हो,
मत रुको, मत झुको, बढ़े चलो, बढ़े चलो।
दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ आइए हम कुछ संकल्प अपने आप से करें-
• जल की एक-एक बूँद संरक्षित करेंगे।
• पर्यावरण सुरक्षा के लिए मुरझाए पौधों को नवजीवन देंगे।
• पटाखे न चलाकर प्रदूषण कम करने में छोटा-सा योगदान देंगे।
• जिनकी खुशियाँ लूट चुकी हैं, उनमें खुशियाँ बाँटेंगे।
• कन्या लक्ष्मी का रूप है, इसके जन्म पर उत्सव मनाएँगे।
डॉ महेश परिमल
लेबल:
अभिमत
जीवन यात्रा जून 1957 से. भोपाल में रहने वाला, छत्तीसगढ़िया गुजराती. हिन्दी में एमए और भाषा विज्ञान में पीएच.डी. 1980 से पत्रकारिता और साहित्य से जुड़ाव. अब तक देश भर के समाचार पत्रों में करीब 2000 समसामयिक आलेखों व ललित निबंधों का प्रकाशन. आकाशवाणी से 50 फ़ीचर का प्रसारण जिसमें कुछ पुरस्कृत भी. शालेय और विश्वविद्यालय स्तर पर लेखन और अध्यापन. धारावाहिक ‘चाचा चौधरी’ के लिए अंशकालीन पटकथा लेखन. हिन्दी गुजराती के अलावा छत्तीसगढ़ी, उड़िया, बँगला और पंजाबी भाषा का ज्ञान. संप्रति स्वतंत्र पत्रकार।
संपर्क:
डॉ. महेश परिमल, टी-3, 204 सागर लेक व्यू होम्स, वृंदावन नगर, अयोघ्या बायपास, भोपाल. 462022.
ईमेल -
parimalmahesh@gmail.com
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Post Labels
- अतीत के झरोखे से
- अपनी खबर
- अभिमत
- आज का सच
- आलेख
- उपलब्धि
- कथा
- कविता
- कहानी
- गजल
- ग़ज़ल
- गीत
- चिंतन
- जिंदगी
- तिलक हॊली मनाएँ
- दिव्य दृष्टि
- दिव्य दृष्टि - कविता
- दिव्य दृष्टि - बाल रामकथा
- दीप पर्व
- दृष्टिकोण
- दोहे
- नाटक
- निबंध
- पर्यावरण
- प्रकृति
- प्रबंधन
- प्रेरक कथा
- प्रेरक कहानी
- प्रेरक प्रसंग
- फिल्म संसार
- फिल्मी गीत
- फीचर
- बच्चों का कोना
- बाल कहानी
- बाल कविता
- बाल कविताएँ
- बाल कहानी
- बालकविता
- भाषा की बात
- मानवता
- यात्रा वृतांत
- यात्रा संस्मरण
- रेडियो रूपक
- लघु कथा
- लघुकथा
- ललित निबंध
- लेख
- लोक कथा
- विज्ञान
- व्यंग्य
- व्यक्तित्व
- शब्द-यात्रा'
- श्रद्धांजलि
- संस्कृति
- सफलता का मार्ग
- साक्षात्कार
- सामयिक मुस्कान
- सिनेमा
- सियासत
- स्वास्थ्य
- हमारी भाषा
- हास्य व्यंग्य
- हिंदी दिवस विशेष
- हिंदी विशेष
दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंदीवाली आप के और आप के परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए!
बहुत सुंदर लिखा है. दीपावली की शुभ कामनाएं.
जवाब देंहटाएंdhanyawad is rachna ke liye
जवाब देंहटाएंशुभाम् करोति कल्याणं,
अरोग्यम धन: सम्पदा,
शत्रु बुद्धि विनाशाय,
दीपमज्योती नमोस्तुते,
शुभ दीपावली
दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्नेहीजनों व शुभ चिंतकों के लिये सुख, समृद्धि, शांति व धन-वैभव दायक हो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंदीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंदीवाली आप के और आप के परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए!
दीपावली के इस शुभ अवसर पर आप और आपके परिवार को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
जवाब देंहटाएंदीपावली- इस पावन पर्व पर आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनायें/
जवाब देंहटाएंAchhe sankalp sujhaye hain aapne. sahi mayane men deepavali to aise hi manani chahiye. Deep parva ke deepakon ka prakash aapke jeevan men aur adhik khushiyon ka sanchar kare, aisi kamna karta hun.
जवाब देंहटाएंआप ला सुरहुत्ती, देवारी अउ मोरधन (गोरधन) पूजा के कोरी कोरी बधई ।
जवाब देंहटाएं