रविवार, 18 अक्तूबर 2015

खुशबू का रंग

कहानी खुशबू का रंग 38 साल पहले सारिका में प्रकाशित नासिरा शर्मा की यह कहानी जेहन में चल रही थ्‍ाी। जिसे आज आवाज देते हुए रोमांचित हूँ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Labels