सोमवार, 20 जुलाई 2009
मोटापे से परेशान हैं
अगर आप मोटापे से परेशान हैं, तो वजन घटाने के लिए वेट मैनेजमेंट में ट्रेंड फिजिशियन के पास ही जाएं, वरना इसके
घातक नतीजे भी हो सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मोटापे को बीमारी करार दिया है। ऑॅस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में हुई दसवीं इंटरनैशनल कांग्रेस में इसे डायबेसिटी का नाम दिया गया, क्योंकि डायबीटीज की बीमारी मोटापे से ही होती है। दुनिया भर के डॉक्टर लोगों को वजन कम करने की सलाह दे रहे हैं। मोटापे से डायबीटीज ही नहीं, ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, कैंसर और नींद न आने की बीमारी होती है। अक्सर लोग वजन कम करने के लिए ब्यूटी क्लिनिक में जाते हैं। इस तरह के क्लिनिक चलाने वाले लोगों को वेट मैनेजमेंट का कोई अनुभव नहीं होता। अनाड़ियों की देखरेख में वजन कम करने की कोशिशें आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं।
शरीर से अतिरिक्त वजन कम करने के लिए हमेशा चर्बी ही घटानी चाहिए। यह ध्यान रखना चाहिए कि लीन बॉडी मास (मसल्स और सॉफ्ट टिश्यूज) को कोई नुकसान न पहुंचे। शरीर से वजन धीरे-धीरे कम करना चाहिए। अगर आप एक ही बार में वजन घटाने की कोशिश करेंगे तो इससे कमजोरी आ सकती है।
क्लिनिक २००० में वेट मैनेजमेंट में ट्रेंड फिजिशयन, प्लास्टिक सर्जन, एनड्रॉकनॉलजिस्ट, न्यूट्रीशियन और ब्यूटी थेरेपिस्ट लोगों का ट्रीटमेंट करते हैं। यहां मेडिकल एक्सपटर्स खास ट्रीटमेंट से किसी व्यक्ति के शरीर से एक्सट्रा फैट कम करते हैं। यहां लोगों का वजन जल्दी और सुरक्षित तरीके से कम होता है। इसमें सेलोथर्म तकनीक का भी प्रयोग किया जाता है। यहां बॉडी कंपोजिशन एनालिसिस टेस्ट कंप्यूटराइज्ड तरीके से लिया जाता है। यह टेस्ट ट्रीटमेंट से पहले और बाद में किया जाता है। इलाज के बाद यह टेस्ट करने से लोगों को पता चल जाता है कि उन्हें अपने शरीर से वजन घटाने में कितनी सफलता मिली। Óसेलोथर्मÓ ट्रीटमेंट के कोर्स में १२ से ज्यादा सेशन होते हैं, जिसमें ट्रीटमेंट कराने वाले व्यक्ति का वेट १० से १२ किलो तक घट जाता है। इससे पूरे शरीर से भी वजन कम किया जा सकता है या बॉडी के जिस हिस्से में ज्यादा मांस हो, वहां से चर्बी घटाई जा सकती है। इस इलाज के बाद किसी भी व्यक्ति की फिगर और पर्सनैलिटी निखर कर सामने आती है। ट्रीटमेंट के बाद स्किन में भी कसावट आ जाती है। क्लिनिक २००० में इलाज करने के बाद न तो वजन कम करने वाले उपकरण की जरूरत पड़ती है और न ही किसी दूसरे ट्रीटमेंट की जरूरत रह जाती है। क्लिनिक २००० में वेट मैनेजमेंट के लिए केवल शरीर की चर्बी ही कम होती है। इसलिए यहां डायबीटीज, हाई ब्लडप्रेशर, दिल की बीमारियों और हाइपोथायराइड से पीड़ित लोग भी अपना वजन कम कर सकते हैं। बाईपास सर्जरी करा चुके पेशेंट भी वजन कम करने के लिए इस क्लिनिक का सहारा ले सकते हैं। यहां मरीजों को यह भी जानकारी दी जाती है कि कैसे इस वेट लॉस को लंबे समय तक मेंटेन रखा जा सके।
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जिंदगी
जीवन यात्रा जून 1957 से. भोपाल में रहने वाला, छत्तीसगढ़िया गुजराती. हिन्दी में एमए और भाषा विज्ञान में पीएच.डी. 1980 से पत्रकारिता और साहित्य से जुड़ाव. अब तक देश भर के समाचार पत्रों में करीब 2000 समसामयिक आलेखों व ललित निबंधों का प्रकाशन. आकाशवाणी से 50 फ़ीचर का प्रसारण जिसमें कुछ पुरस्कृत भी. शालेय और विश्वविद्यालय स्तर पर लेखन और अध्यापन. धारावाहिक ‘चाचा चौधरी’ के लिए अंशकालीन पटकथा लेखन. हिन्दी गुजराती के अलावा छत्तीसगढ़ी, उड़िया, बँगला और पंजाबी भाषा का ज्ञान. संप्रति स्वतंत्र पत्रकार।
संपर्क:
डॉ. महेश परिमल, टी-3, 204 सागर लेक व्यू होम्स, वृंदावन नगर, अयोघ्या बायपास, भोपाल. 462022.
ईमेल -
parimalmahesh@gmail.com
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योगा और एक्सर्साईज के साथ डायट मैनेजमेन्ट ही एक उपाय है. बस शुरु करना है जल्द ही!!
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