गुरुवार, 17 दिसंबर 2009
भारतीय फिल्मों में पिता पुत्र की जोड़ी
पिता-पुत्र की सुपरहिट जोड़ियों से गुलजार रहा है बॉलीवुड हिंदी फिल्म जगत में निर्माता-निर्देशक अपनी फिल्मों को सफल बनाने के लिए पिता -पुत्र की जोड़ी का फार्मूला भी आजमाते रहे हैं और इसमें उन्हें प्राय:सफलता मिली है। पिता -पुत्र की जोड़ी वाली फिल्मों की नवीनतम कड़ी में अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन की प्रदशत फिल्म पा का नाम भी जुड़ गया है। दिलचस्प बात है कि इस फिल्म में अभिषेक बच्चन अपने रियल लाइफ पिता अमिताभ बच्चन के पिता की भूमिका निभा रहे हैं। अमिताभ बच्चन की कंपनी एबी कार्पोरेशन के बैनर तले बनी इस फिल्म में अमिताभ बच्चन प्रोजेरिया नामक बीमारी से ग्रस्त 13 वर्ष की उम्र के एक ऐसे बच्चो का किरदार निभा रहे हैं, जो बचपन में ही बूढ़ा दिखाई देने लगता है।
फिल्म इतिहास के पन्नों को पलटने पर पता चलता है कि पिता-पुत्र के रूप में नायकों की जोड़ियों को परदे पर उतारने की शुरुआत महान कलाकार पृथ्वीराज कपूर और उनके पुत्र राजकपूर से शुरू हुई। पिता-पुत्र के आपसी द्वंद्व को दिखाती आवारा 1951 फिल्म में इन दोनों दिग्गज कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। दिलचस्प बात है कि इस फिल्म में पृथ्वीराज कपूर के सबसे छोटे पुत्र शशि कपूर ने भी बतौर बाल कलाकार अभिनय किया था। यही नहीं, इस फिल्म में अदालत के एक दृश्य में जज की भूमिका पृथ्वीराजकपूर के पिता ने निभाई थी। राजकपूर के निर्देशन में बनी इस फिल्म के सुपरहिट गीत आवारा हूं या गदश में हूं आसमान का तारा हूं को देश ही नही विदेशों में भी उल्लेखनीय लोकप्रियता हासिल हुई। हांलाकि आवारा से पहले राजकपूर ने अपने पिता पृथ्वीराज कपूर के साथ फिल्म इंकलाब में भी अभिनय किया था। दिलचस्प बात है कि इसी फिल्म से राजकपूर ने बतौर बाल कलाकार अपने सिने कैरियर की शुरूआत की थी। आवारा की कामयाबी के बाद राजकपूर -पृथ्वीराज कपूर की जोड़ी वाली फिल्म कल आज और कल 1971 में प्रदशत हुई। तीन पीढ़ियों के आपसी रिश्ते को दर्शाती इस फिल्म में एक ओर पृथ्वीराज कपूर ने अपने पुत्र राजकपूर के साथ अभिनय किया वही राजकपूर के पुत्र रणधीर कपूर ने अहम किरदार निभाया था। बॉलीवुड के हीमैन कहे जाने वाले धर्मेन्द्र की जोड़ी उनके पुत्र सनी देवोल के साथ भी पसंद की जाती है। यह जोड़ी सबसे पहले 1983 में प्रदशत फिल्म सन्नी में एक साथ दिखाई दी। इसके बाद सल्तनत और क्षत्रिय जैसी फिल्मों में इस जोड़ी ने दर्शकों का मनोरंजन किया हांलोकि कमजोर पटकथा और निर्देशन के कारण फिल्म टिकट खिड़की पर असफल साबित हुई।
वर्ष 2007 में प्रदशत फिल्म अपने धर्मेन्द्र और सन्नी देओल की जोड़ी की सुपरहिट फिल्मों में शुमार की जाती है। इस फिल्म में धर्मेन्द्र ने न सिर्फ अपने बडे पुत्र सन्नी देओल के साथ बल्कि छोटे पुत्र बॉबी देओल के साथ भी अभिनय किया हालांकि फिल्म अपने के पहले बॉबी देओल ने फिल्म धरमवीर में भी बतौर बाल कलाकार अपने पिता धर्मेन्द्र के साथ काम किया था। फिल्म इंड़स्ट्री के जुबली कुमार के नाम से मशहूर राजेन्द्र कुमार और उनके पुत्र कुमार गौरव की जोड़ी ने भी सिने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। अपने पुत्र को फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित करने के लिए राजेन्द्र कुमार ने फिल्म वर्ष 1980 में लव स्टोरी का निर्माण किया। बेहतरीन गीत -संगीत के कारण कुमार गौरव रातो रात जवां दिलो की धड़कन बन गए। इसके बाद उनकी जोड़ी फिल्म फूल में एक साथ नजर आई लेकिन कमजोर पटकथा और निर्देशन के कारण फिल्म टिकट खिड़की पर बुरी तरह नकार दी गई। फिल्म इंडस्ट्री में सुनील दत्त ने जब भी अपने पुत्र संजय दत्त के साथ अभिनय किया तब फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुई। सुनील दत्त और संजय दत्त की सुपरहिट जोड़ी सबसे पहले फिल्म राकी में एक साथ नजर आई थी। इसके बाद मुन्ना भाई एम बी बी एस में भी दोनो की जोड़ी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। खास तौर पर फिल्म का वह द्यश्य जिसमे संजय दत्त अपने पिता सुनील दत्त के गले लगते है दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। परदे पर बेहतरीन कैमिस्ट्री के नजरिए से देखा जाए तो पिता-पुत्र की जोड़ियों में अमिताभ और अभिषेक बच्चन की जोड़ी निववाद रूप से सर्वश्रोष्ठ कही जा सकती हैं। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और उनके पुत्र अभिषेक बच्चन जब कभी रूपहले पर्दे पर जोड़ी बनाकर एक साथ नजर आए तो उन्हें दर्शकों की जबरदस्त सराहना मिली है।
प्रसिध्द निर्माता-निर्देशक राम गोपाल वर्मा इस जोड़ी को सबसे पहले फिल्म सरकार में एक साथ लेकर आए। पिता-पुत्र की इस जोड़ी ने फिल्म भी में पिता और पुत्र की ही भूमिका निभाई और दर्शकों की कसौटी पर खरा उतरकर फिल्म को सुपरहिट बना दिया। इस फिल्म की सफलता के बाद निर्माता यश चोपड़ाअमिताभ और अभिषेक की जोड़ी को फिल्म बंटी और बबली में एक साथ लेकर आए। फिल्म की कहानी एक चोर और एक पुलिस ऑफिसर के इर्द गिर्द घूंमती थी। फिल्म में दोनो के दिलचस्प किरदारों ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कर फिल्म को सुपरहिट बना दिया। अमिताभ-अभिषेक की जोड़ी करण जौहर की फिल्म कभी अलविदा ना कहना में भी एक साथ नजर आई। इसके साथ ही फिल्म सरकार के सीक्वेल सरकार राज में भी अमिताभ और अभिषेक की जोड़ी को जबरदस्त सफलता हासिल हुई। शीघ्र प्रदशत होने वाली फिल्म पा में एक बार फिर से सिने दर्शक इस जोड़ी को देख सकेंगे। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के महान शो मैन राजकपूर ने बतौर निर्माता अपने अभिनेता पुत्र ऋषि कपूर के साथ जोड़ी बनाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया है। रिषि कपूर को फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित करने के लिए राजकपूर ने फिल्म बॉबी का निर्माण किया। युवा प्रेम कथा पर आधारित ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया की जोड़ी ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। राजकपूर ने अपने बडे पुत्र रणधीर कपूर को भी फिल्म इंडस्ट्री मं स्थापित करने के लिए फिल्म कल आज और कल और धरम -करम जैसी फिल्मों का निर्माण किया और उनके साथ अभिनय भी किया। इसके अलावा उन्होंने अपने तीसरे पुत्र राजीव कपूर को लेकर फिल्म राम तेरी गंगा मैली जैसी सुपरहिट फिल्म का निर्माण करके दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। फिल्म निर्माता राकेश रोशन और उनके अभिनेता पुत्र रितीक रोशन की जोड़ी वाली फिल्मों ने भी सिने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया है। वर्ष 2000 में अपने पुत्र रितीक रोशन को फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित करने के लिए राकेश रोशन ने फिल्म कहो ना प्यार है का निर्माण किया। फिल्म में अपने दमदार अभिनय से रितीक रोशन ने फिल्म को सुपरहिट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और दर्शकों का अपार प्रेम हासिल किया। फिल्म कहो ना प्यार है की सफलता के बाद राकेश रोशन ने अपने पुत्र को लेकर कोई मिल गया और क्रिश जैसी सुपरहिट फिल्मों का निर्माण किया। इन दिनों राकेश रोशन अपने पुत्र को लेकर फिल्म काईटस के निर्माण में व्यस्त है।
प्रेम कुमार
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फिल्म संसार
जीवन यात्रा जून 1957 से. भोपाल में रहने वाला, छत्तीसगढ़िया गुजराती. हिन्दी में एमए और भाषा विज्ञान में पीएच.डी. 1980 से पत्रकारिता और साहित्य से जुड़ाव. अब तक देश भर के समाचार पत्रों में करीब 2000 समसामयिक आलेखों व ललित निबंधों का प्रकाशन. आकाशवाणी से 50 फ़ीचर का प्रसारण जिसमें कुछ पुरस्कृत भी. शालेय और विश्वविद्यालय स्तर पर लेखन और अध्यापन. धारावाहिक ‘चाचा चौधरी’ के लिए अंशकालीन पटकथा लेखन. हिन्दी गुजराती के अलावा छत्तीसगढ़ी, उड़िया, बँगला और पंजाबी भाषा का ज्ञान. संप्रति स्वतंत्र पत्रकार।
संपर्क:
डॉ. महेश परिमल, टी-3, 204 सागर लेक व्यू होम्स, वृंदावन नगर, अयोघ्या बायपास, भोपाल. 462022.
ईमेल -
parimalmahesh@gmail.com
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वाह बडी ही दिलचस्प जानाकारी जुटाई आपने तो ...मजा आ गया ..
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