शनिवार, 29 मई 2010
तस्वीरें बोलती हैं......
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आज का सच
जीवन यात्रा जून 1957 से. भोपाल में रहने वाला, छत्तीसगढ़िया गुजराती. हिन्दी में एमए और भाषा विज्ञान में पीएच.डी. 1980 से पत्रकारिता और साहित्य से जुड़ाव. अब तक देश भर के समाचार पत्रों में करीब 2000 समसामयिक आलेखों व ललित निबंधों का प्रकाशन. आकाशवाणी से 50 फ़ीचर का प्रसारण जिसमें कुछ पुरस्कृत भी. शालेय और विश्वविद्यालय स्तर पर लेखन और अध्यापन. धारावाहिक ‘चाचा चौधरी’ के लिए अंशकालीन पटकथा लेखन. हिन्दी गुजराती के अलावा छत्तीसगढ़ी, उड़िया, बँगला और पंजाबी भाषा का ज्ञान. संप्रति स्वतंत्र पत्रकार।
संपर्क:
डॉ. महेश परिमल, टी-3, 204 सागर लेक व्यू होम्स, वृंदावन नगर, अयोघ्या बायपास, भोपाल. 462022.
ईमेल -
parimalmahesh@gmail.com
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परिमल जी कहाँ परवाह इनको इन सब बातों का ,हमारी शिक्षा और सामाजिक चरित्र भी तो इस दिशा में खराब हो चुकी है / उम्दा संदेशात्मक और चेतावनी देती तस्वीर /
जवाब देंहटाएंबोल कर सन्देश दे रही है
जवाब देंहटाएंइससे पहले अपन चित्रों में दिखने के काबिल हो जाते अपन ने सारी चीजों को नमस्ते बोल दिया है। सिगरेट, शराब,नानवेज और चाय तक.. सबको दूर से ही सलाम। चित्र खौफनाक-डरावने लेकिन अच्छे हैं।
जवाब देंहटाएंare baba re dar lag raha he dekh kar
जवाब देंहटाएंsoch raha hu sukr he 4 sal pahle ek sigret pine ke bad hi nirnay le liya ki ab nahi piunga