शुक्रवार, 7 अक्तूबर 2016

प्रेरक कथा – हैलो ने बचाई जान

कहानी का अंश… एक व्यक्ति एक कोल्ड स्टोरेज में काम करता था। एक बार वह एक तकनीकी समस्या को सुलझाने में इतना व्यस्त हो गया कि उसे समय का ध्यान ही नहीं रहा। बहुत देर हो गई और फिर स्टोरेज बंद करने का समय भी हो गया। सारे सहकर्मी चले गए अैर संयंत्र के दरवाजे भी बंद कर दिए गए। तब कहीं जाकर उस व्यक्ति का ध्यान उस ओर गया। मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उसकी आवाज भी बंद दरवाजे से बाहर नहीं पहुँच सकती थी। वह जमाना मोबाइल फोन का जमाना भी नहीं था कि किसी को मोबाइल की सहायता से सूचना दी जाए। दूसरी तरफ वह व्यक्ति घर में अकेला ही था। इसलिए स्पष्ट था कि उसकी खोज-खबर लेने के लिए भी कोई नहीं आएगा। ऐसे में क्या किया जाए? वह व्यक्ति परेशान हो गया। धीरे-धीरे कोल्ड स्टोरेज की ठंड बढ़ने लगी। व्यक्ति की हालत खराब होने लगी। आखिर उसने मान ही लिया कि अगले दिन तक उसका बर्फ की तरह जमकर मर जाना तय है। तभी एक चमत्कार हुआ!!!! क्या था वह चमत्कार? यह जानने के लिए इस ऑडियो की मदद लीजिए…

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